स्मार्ट सिटी में मदद के साथ भोपाल आईजोल से ले सकता है सफाई और ट्रैफिक के सबक

भोपाल | केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने मिजोरम की राजधानी आईजोल को भोपाल की सिस्टर स्मार्ट सिटी बनाया है। यानी भोपाल अपने अनुभव से आईजोल में स्मार्ट सिटी मिशन को लागू करेगा, लेकिन तस्वीर का दूसरा पहलू यह है कि भोपाल को ट्रैफिक, महिला सशक्तिकरण और साफ-सफाई के मामले में आईजोल से सीखने की जरूरत है। दोनों शहरों की भौगोलिक और सांस्कृतिक स्थिति और जरूरतें अलग-अलग हैं। एेसे में यह प्रश्न उठना लाजमी है कि भोपाल वहां स्मार्ट सिटी के किस प्रोजेक्ट कैसे मदद करेगा। मंत्रालय की स्मार्ट सिटी मिशन की रैंकिंग में भोपाल पांचवें नंबर पर है। हाल ही में मंत्रालय ने रैंकिंग के हिसाब से पहले 20 शहरों को अंतिम 20 शहरों से जोड़ा गया है।


उनकी ताकत... कोई भी प्रोजेक्ट लोगों की सहमति के बिना लागू नहीं हो सकता



  • सफाई... आईजोल के सफाई अभियानों के फोटो बताते हैं कि वहां सार्वजनिक स्थानों की भी सफाई इस तरह से की जाती है जैसे वह निजी हो। वहां की सब्जी मंडियों में भी भोपाल जैसी गंदगी देखने को नहीं मिलती। वहां सिविल सोसायटी के आव्हान पर सफाई अभियान चलते रहते हैं और लोग उनमें दिल से शामिल होते हैं।

  • महिला सशक्तीकरण... इस मामले में भी आईजोल से भोपाल बहुत कुछ सीख सकता है। वहां हर बाजार में बड़ी संख्या में महिला व्यापारी मिल जाएंगी। यहां तक कि पार्किंग स्थलों का संचालन भी कई जगहों पर महिलाएं कर रहीं हैं। महिलाओं का देर रात तक घर से बाहर रहना मामूली बात है।


सिविल सोसायटी... बहुत शक्तिशाली



  •  आईजोल में सिविल सोसायटी बहुत शक्तिशाली है। वहां चुनाव में किसी भी दल के उम्मीदवार आचार संहिता के उल्लंघन नहीं कर सकते। जरा सी गड़बड़ी सामने आने पर पुरजोर विरोध शुरू हो जाता है। ऐसी स्थिति में आईजोल में स्मार्ट सिटी का कोई भी प्रोजेक्ट आम लोगों की सहमति के बिना लागू नहीं हो सकता। भोपाल में स्मार्ट सिटी का एबीडी प्रोजेक्ट लोगों की सहमति के बिना लागू कर दिया गया।  


केबल कार.. जल्द चलेगी वहां



  •  केंद्र सरकार ने हाल ही में मिजोरम की राजधानी आईजोल में केबल कार के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इस पर काम चल रहा है। हालांकि ट्रैफिक के लिहाज से अभी आईजोल में कुछ फ्लाईओवर्स की जरूरत है। दरअसल, यह पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां रास्ते बेहद ही संकरे हैं। जो कई बार ट्रैफिक जाम का कारण बनते हैं।  


अनुबंध...20 तक हो सकता  है


केंद्र ने 20 फरवरी तक दोनों शहरों के बीच अनुबंध करने को कहा है। कहा जा रहा है कि केंद्र सभी शहरों में मिशन की सफलता सुनिश्चित करने और वहां चल रहे प्रोजेक्ट्स को गति देने के लिए यह प्रयोग कर रही है। आईजोल 100 स्मार्ट सिटी के तीसरे राउंड में मिशन में शामिल हुआ। मार्च 2018 में यहां स्मार्ट सिटी कंपनी का गठन हुआ, जबकि भोपाल 2015 में पहले 20 शहरों में इस मिशन में शामिल हो गया था।


आज उमाशंकर गुप्ता और कल पीसी शर्मा से मिलेंगे स्मार्ट सिटी के रहवासी-व्यवसायी... टीटी नगर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर विरोध जारी है। रहवासियों का आरोप ही यहां स्मार्टसिटी के नाम पर बेतरतीब कार्य किए जा रहे हैं।  विजित पाटनी, राजेश गुप्ता, त्रिभुवन मिश्रा आदि ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर सोमवार को वे पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता से मिलेंगे और उनसे आंदोलन के लिए समर्थन की मांग करेंगे। इसके बाद वे मंगलवार को जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा से मिलकर अपनी समस्याएं बताएंगे, ताकि जल्द ही समाधान हो सके।